| शब्द का अर्थ | 
					
				| बेंड					 : | पुं० [देश०] १. वह भेड़ा जो भेड़ों के झुंड में बच्चे उत्पन्न करने के लिए छूटा रहता है। (गड़रिये) २. नगद रुपया। (दलाल) ३. किसी भारी चीज को गिरने से बचाने के लिए उसके नीचे लगाया जानेवाला सहारा। चाँड़। ४. पड़ाव। (क्व) स्त्री० [हिं० बेड़ा] टेक। चाँड़। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| बेंड़ना					 : | स०=बेढ़ना (बाढ़ लगाना)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| बेंडा					 : | पुं०=बेंवड़ा। वि० [हिं० बेड़ा (आड़ा या तिरछा)] १. आड़ा। तिरछा। २. कठिन। पुं०=ब्योंड़ा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| बेंड़ी					 : | स्त्री० [देश०] १. एक तरह की चौड़े मुँहवाली छिछली टोकरी जिससे गड्ढे आदि में भरा हुआ पानी खेतों में उलीचा जाता है। २. हँसिया के आकार का लोहे का एक औजार जिससे बरतनों पर जिला करते है। | 
			
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