| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| बेकली					 : | स्त्री० [हिं० बेकल+ई (प्रत्य० )] १. बेकल होने की अवस्था या भाव। बेचैनी। व्याकुलता। २. स्त्रियों का एक रोग जिसमें उनकी धरन या गर्भाशय अपने स्थान से कुछ हट जाता है और जिसमें रोगी को बहुत अधिक पीड़ा होती है। उदा०—मीर गुल से अब रहने में हुई वह बेकली। टल गई का नाफदानी, पेडू पत्थर हो गया।—जान साहब। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |