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			| शब्द का अर्थ |  
				| बेचना					 : | संय [सं० विक्रय] १. अपनी कोई चीज या संपत्ति किसी से दाम लेकर उसे दे देना। संयो० कि०—डालना।—देना। मुहा०—बेच खाना= पूरी तरह से रहित, वंचित या हीन हो जाना। जैसे—तुमने तो लाज-शरम बेच खाई है। २. स्वार्थ-सिद्धि के उद्देश्य से अपने किसी गुण को खो या छोड़ बैठना। जैसे—ईमान या धर्म बेचना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |