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			| शब्द का अर्थ |  
				| बेसुरा					 : | वि० [हिं० बे+सुर=स्वर] १. जो नियमित स्वर में न हो। जो अपने नियत स्वर से हटा हुआ हो। (संगीत) जैसे—बेसुरा गाना। २. (व्यक्ति) जो ठीक स्वर में न गाता हो। ३. जो उपयुक्त अथवा ठीक अवसर या समय पर न हो। बे-मौका। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |