| शब्द का अर्थ | 
					
				| ब्रह्मदंड					 : | पुं० [सं० ष० त०] १. वह दंड जो ब्राह्मण ब्रह्मचारी धारण करता है। २. ब्राह्मण के द्वारा मिला हुआ शाप। ३. ऐसा केतु जिसकी तीन शिखाएँ हों। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| ब्रह्मदंडी					 : | स्त्री० [सं० ष० त०] एक प्रकार की जंगली जड़ी जिसकी पत्तियों और फलों पर काँटे होते हैं। अजदंती। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |