शब्द का अर्थ
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भँजना :
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अ० [सं० भंजन] १. मग्न होना। टुकड़े-टुकड़े होना। २. भाँजा या मोड़ा जाना। ३. तहों या परतों के रूप में मोड़ा जाना। जैसे—कागज भंजना। ४. इधर-उधर घुमाना या चलाया जाना। जैसे—तलवार पाटा या लाठी भँजना। ५. बड़े सिक्के का छोटे सिक्कों मे परिवर्तन होना। भूनना। जैसे—रुपया भँजना। स०=भाँजना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भंजना :
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अ० [सं० भंजन] पात्र आदि का टूट-फूट जाना। स० तोड़ना-फोड़ना। स०=भाँजना। अ०=भागना। स०=भगाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |