शब्द का अर्थ
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भाक्त :
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वि० [सं० भक्ति या भक्त+अण्] १. जिसका पालन-पोषण दूसरे लोग करते हों। दूसरों की कृपा से जीवित रहनेवाला। पराश्रित। जो खाये जाने के योग्य हों। खाद्य। ३. कम महत्त्व का या घट कर। गौण। जैसे—कुछ साहित्यकार ध्वनि को भाक्त (गौण और लक्षण-गम्य) मानते हैं। पुं० चावल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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