शब्द का अर्थ
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भात :
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पुं० [सं० भक्त०, पा० भत] १. खाने के लिए उबाले हुए चावल। २. विवाह की एक रस्म जो विवाह के दूसरे या तीसरे दिन होती है। इसमें दोनों समधी साथ बैठकर भात खाते हैं। पुं० [सं०√भा (दीप्ति)+क्त] १. प्रभात। तड़का। २. चमक। दीप्ति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भाता :
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पुं० [सं० भक्त=भत्त] उपज का वह भाग जो हलवाहे को खलिहान की राशि में से मिलता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भाति :
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स्त्री० [सं०√भा+क्तिन्] १. शोभा। कांति। २. चमक। दीप्ति। स्त्री०=भाँति। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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भातिज :
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पुं०=भतीजा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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भातु :
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पुं० [सं०√भा+तु] सूर्य। |
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