| शब्द का अर्थ | 
					
				| मंडप					 : | पुं० [सं० मंड√पा+क] १. वह छाया हुआ स्थान जहाँ बहुत से लोग धूप, वर्षा आदि से बचते हुए बैठ सकें। विश्राम-स्थान। २. किसी विशिष्ट काम के लिए छाया हुआ स्थान। जैसे—यज्ञ-मंडप, विवाह-मंडप। ३. आदमियों के बैठने योग्य चारों ओर से खुला, पर ऊपर से छाया हुआ स्थान। बारहदरी। ४. देवमंदिर का ऊपर का छाया हुआ गोलाकार अंश या भाग। ५. चंदोआ। शामियाना। | 
			
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				| मंडपक					 : | पुं० [सं० मंडप+कन्] [स्त्री० मंडपिका] छोटा मंडप। | 
			
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				| मंडपी					 : | स्त्री० [सं० मंडप+ङीष्] छोटा मंडप। | 
			
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