| शब्द का अर्थ | 
					
				| मंडा					 : | स्त्री० [सं० मंड+अच्+टाप्] सुरा। पुं० [सं० मंडल] १. भूमि का एक मान जो दो बिस्वे के बराबर होता है। २. एक प्रकार की बँगला मिठाई। पुं० [हिं० मंडी] (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| मंडान					 : | स्त्री० [हिं० मंडना] १. मंडित करने की क्रिया या भाव। २. किसी बड़े कृत्य के आरम्भ में की जानेवाली व्यवस्था। ३. आयोजन। प्रबंध। इन्तजाम। जैसे—राज-तिलक या विवाह का मंडान। क्रि० प्र०—बाँधना। | 
			
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				| मँडार					 : | पुं० [सं० मंडल] १. गड्ढा। २. झावा, टोकरा या डलिया। | 
			
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