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			| शब्द का अर्थ |  
				| मढ़ना					 : | स० [सं० मंडन] [भाव० मढ़ाई] १. कोई चीज किसी दूसरी चीज पर चिपकाना, जड़ना, लगाना या सटाना। जैसे—किताब पर जिल्द या दीवार पर कागज मढ़ना। २. बहुत से गहनों से किसी को लादना। जैसे—आभूषणों से सुंदरी मढ़ी हुई थी। ३. कोई काम या बात बलपूर्वक किसी के जिम्मे लगाना। जैसे—किसी के सिर कोई काम मढ़ना। ४. व्यर्थ किसी के सिर कोई अपराध या दोष आरोपित करना। जैसे—काम तो तुमने बिगाड़ा, और कलंक मेरे सिर मढ़ रहे हो। क्रि० प्र०—डालना।—देना। अ० (काम या बात) आरंभ होना। अ०=मंडलाना। जैसे—आकाश में बादल मढ़ आये हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |