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			| शब्द का अर्थ |  
				| मत्स्य-न्याय					 : | पुं० [ष० त०] १. यह मान्यता कि छोटों को बड़े अथवा दुर्बलों को सबल उसी प्रकार खा जाते हैं या नष्ट कर देते हैं जिस प्रकार बड़ी मछलियाँ छोटी मछलियों को खा जाती हैं। २. अराजकों या आततायियों का राज्य। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |