| शब्द का अर्थ | 
					
				| महेंद्र					 : | पुं० [सं० महत्-इंद्र, कर्म० स०] १. विष्णु। २. इन्द्र। | 
			
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				| महेंद्राल					 : | स्त्री०=महेंद्री (नदी)। | 
			
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				| महेंद्री					 : | स्त्री० [सं०] गुजरात प्रदेश की एक नदी। | 
			
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				| महे					 : | अव्य० [सं० मध्य] में। अन्दर। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| महेर					 : | पुं० [देश] १. झगड़ा। बखेड़ा। २. व्यर्थ की देर या विलम्ब। क्रि० प्र०—करना।—डालना। पुं० =महेरा। स्त्री०=महेरी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| महेरा					 : | पुं० [हिं० मही+एरा (प्रत्यय)] १. दही। मठा। २. दही में पकाया हुआ चावल। खेसारी का आटा या ऐसी ही और कोई चीज। पुं० १. महेर। २. महेला। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| महेरी					 : | स्त्री० [हिं० महेरा] १. उबाली हुई ज्वार जिसे लोग नमक मिर्च से खाते हैं। २. दही के साथ पकाया हुआ चावल। महेरा। वि० [हि०महेर] १. झगड़ा-बखेडा खड़ा करनेवाला। २. व्यर्थ देर लगानेवाला। | 
			
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				| महेल					 : | पुं० =महल। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| महेला					 : | पुं० [हि०माष] चने, उड़द, मोठ आदि को उबालकर और घी, गुड आदि डालकर बनाया हुआ वह मिश्रण जो पशुओं को खिलाया जाता है। वि० [?] सुन्दर। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| महेलिया					 : | स्त्री० [सं० महल्लिका] माल ढोनेवाली एक प्रकार की बड़ी नाव। | 
			
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				| महेश					 : | पुं० [सं० महत्-ईश, कर्म० स०] १. ईश्वर। २. शिव। | 
			
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				| महेश-बंधु					 : | पुं० [सं० ष० त०] बैल। | 
			
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				| महेशान					 : | पुं० [सं० महत्-ईशान, कर्म० स०] [स्त्री० महेशानी] शिव। | 
			
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				| महेशानी					 : | स्त्री० [सं० महेसान+ङीष्] १. पार्वती। २. दुर्गा। | 
			
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				| महेशी					 : | स्त्री०=महेश्वरी (पार्वती)। | 
			
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				| महेश्वर					 : | पुं० [सं० महत्-ईश्वर, कर्म० स०] [स्त्री० महेस्वरी] १. ईश्वर। २. शिव। ३. सफेद महार। ४. सोना स्वर्ण। | 
			
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				| महेश्वरी					 : | स्त्री० [सं० महत्-ईश्वरी, कर्म० स०] दुर्गा। | 
			
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				| महेषुधि					 : | वि० [सं० महत्-इषुधि, ब० स०] बहुत बड़ा धनुर्धारी। | 
			
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				| महेष्वास					 : | पुं० [सं० महत्-इष्वास, कर्म० स०] बहुत बड़ा धनुर्धारी। | 
			
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				| महेस					 : | पुं० =महेश। | 
			
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				| महेसिया					 : | पुं० [हिं० महेश] एक प्रकार का बढ़िया अगहनी धान। | 
			
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				| महेसी					 : | स्त्री०=महेश्वरी। | 
			
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				| महेसुर					 : | पुं० १. =महेश्वर। २. =माहेश्वर। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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