| शब्द का अर्थ | 
					
				| मानिक					 : | पुं० [सं० माणिक्य] १. लाल रंग के एक मणि के नाम। कुरुविंद। पदमराग। ३. आठ पल की एक पुरानी तौल। | 
			
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				| मानिक-खंभ					 : | पुं० [हिं० मानिक+खम्भा] १. वह खूँटा जो कांतर के किनारे गड़ा रहता है। मरखम। २. विवाह के समय मंडप के बीच में गाड़ा जानेवाला खम्भा। ३. दे० ‘मालखंभ’। | 
			
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				| मानिकचंदी					 : | स्त्री० [सं० मानिकचंद] एक तरह की छोटी सुपारी। | 
			
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				| मानिक-जोड़					 : | पुं० [हिं० मानिक+जोड़] एक प्रकार का बगुला जिसकी चोंच और टाँगे अधिक लम्बी होती हैं। | 
			
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				| मानिक-रेत					 : | स्त्री० [हिं० मानिक+रेत] मानिक का चूरा, जिससे गहने साफ किये जाते हैं। | 
			
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				| मानिका					 : | स्त्री० [सं०√मन् (गर्व करना)+णिच्+ण्वुल्-अक+टाप्, इत्व] १. मद्य। शराब। २. आठ पल या साठ तोले की एक पुरानी तौल। | 
			
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