| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| मिस्सी					 : | स्त्री० [फा० मिसी] १. माजूफल, लोहचून तूतिया आदि के योग से तैयार किया जानेवाला एक तरह का मंजन जिससे स्त्रियाँ अपने दाँत और होंठ रँगती हैं। क्रि० प्र०—मलना।—लगाना। मुहावरा—मिस्सी काजल करना=स्त्रियों का बनाव-सिंगार करना। २. मुसलमान वेश्याओं की एक रस्म जिसमें किसी कुमारी वेश्या को पहले-पहल समागम कराने के लिए उसे मिस्सी लगाते हैं। नथिया उतरने या सिर-ढँकाई की रस्म। उदाहरण—हमको आशिक लबों दन्दों का समझकर उसने रुक्का भेजा हैं कि हमारी मिस्सी।—कोई शायर। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |