शब्द का अर्थ
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मुक्क :
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वि० =मुक्त। पुं० =मुक्का। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुक्का :
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पुं० [सं० मुष्टिका] [स्त्री० अल्पा० मुक्की] १. आघात करने के उद्देश्य से बाँधी हुई मुट्ठी। घूँसा। क्रि० प्र०—चलाना।—मारना। २. उक्त प्रकार से बँधी हुई मुट्ठी का आघात। क्रि० प्र०—खाना। पुं० =मोखा (विवर)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुक्की :
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पुं० [हि० मुक्का+ई (प्रत्यय)] १. मुक्का। २. एक प्रकार की लड़ाई जिसमें प्रतिद्वंदी एक दूसरे पर मुक्कों का आघात करते हैं वि० दे० ‘मुक्केबाजी’। ३. गूँधे हुए आटे को सँवारने तथा नरम करने के लिए उसे मुक्कियों से दबाने की क्रिया या भाव। ४. टाँगे आदि दबाते समय मुक्कियों से हलका आघात करने की क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुक्केबाज़ :
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पुं० [हिं० मुक्का+फा० बाज] वह जो मुक्कों का प्रहार करके लड़ता हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुक्केबाजी :
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स्त्री० [हिं० मुक्का+बाजी (प्रत्यय)] १. बार-बार एक-दूसरे को मुक्कों से मारने की क्रिया या भाव। घूँसेबाजी २. एक प्रकार की प्रतियोगिता जिसमें प्रतियोगी एक-दूसरे पर मुक्कों से आघात करते हैं। (बांक्सिंग)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुक्कैश :
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पुं० [अ० मुक्कैश] १. बादला। २. तमामी या ताश नामक कपड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुक्कैशी :
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वि० [अ० मुक्कैश+ई (प्रत्यय)] १. बादले का बना हुआ। जैसे—मुक्कैशी गोखरू। २. जिसमें जरदोजी या जरी का काम बना हो। जैसे—मुक्कैशी रूमाल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |