| शब्द का अर्थ | 
					
				| मूँड़					 : | पुं० [सं० मुंड] सिर। कपाल। मुहावरा—मूँड़ मुड़ाना=त्यागी या विरक्त होकर किसी साधु-संन्यासी का चेला बनना। उदाहरण—‘मूँड़’ के शेष मुहावरे। के लिए देखें ‘सिर’ के मुहा०। | 
			
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				| मूँड़-कटा					 : | वि० [हिं० मूँड़+काटना] सिर-कटा | 
			
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				| मूँड़न					 : | पुं० =मुंडन। | 
			
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				| मूँड़ना					 : | स० [सं० मुंडन] १. उस्तरे से रगड़कर शरीर के किसी अंग पर निकले हुए बाल निकालना, विशेषतः सिर के बाल निकालना। २. चालाकी से किसी से धन-दौलत ले लेना। ३. किसी को चेला बनाना। | 
			
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				| मूँड़ी					 : | स्त्री० [हिं० मुँड़ (सिर) का स्त्री० अल्पा] १. सिर। मस्तक। मूँड़। पद—मूँड़ी काटा=स्त्रियों की एक गाली जिसका आशय होता है—तेरा सिर काटा जाय अर्थात् तू मर जाय। मुहावरा—(किसी की) मूँड़ी मरोड़ना=किसी को धोखा देकर उसका माल छीन लेना या दबा बैठना। २. किसी चीज का अगला और ऊपरी भाग। | 
			
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				| मूँड़ीबंध					 : | पुं० [हिं० मूँड़+बंध] कुश्ती का एक पेंच। | 
			
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