| शब्द का अर्थ | 
					
				| मूड़ी					 : | स्त्री० [?] ऐसे भुने हुए चावल जो फूलकर अन्दर से पोले हो जाते हैं। फरवी। स्त्री०=मूँड़ी (मुंड या मस्तक)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| मूड़ी-काटा					 : | वि० [हिं० मूँड़+काटना] जिसका सिर काटे जाने के योग्य हो, अर्थात् परम दुष्ट। (स्त्रियों की गाली)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |