शब्द का अर्थ
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					मूर्ख					 :
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					वि० [सं०√मुह्+ख, मूर, आदेश] [भाव० मूर्खता] १. प्राचीन भारतीय आर्यों में गायत्री न जानने अथवा अर्थ सहित गायत्री न जाननेवाला। २. जिसमें ठीक ढंग से तथा विचारपूर्वक कोई काम करने अथवा कोई बात समझने-सोचने की योग्यता या शक्ति न हो। ३. लाख समझाने पर भी जिसकी समझ में कोई बात न आती हो।				 | 
			
			
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					मूर्खता					 :
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					स्त्री० [सं० मूर्ख+तल्+टाप्] १. मूर्ख होने की अवस्था या भाव। २. कोई मूर्खतापूर्ण आचरण, कार्य या बात।				 | 
			
			
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					मूर्खत्व					 :
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					पुं० [सं० मूर्ख+त्व]=मूर्खता।				 | 
			
			
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					मूर्खिनी					 :
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					स्त्री० [सं० मूर्ख] मूर्ख स्त्री। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मूर्खिमा					 :
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					स्त्री० [सं० मूर्ख+इमनिच्] मूर्खता। बेवकूफी।				 | 
			
			
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