शब्द का अर्थ
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मूल-बंध :
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पुं० [ष० त०] १. किसी विवादास्पद विषय से संबंध रखनेवाले सभी प्रकार के मतो या विचारों की गवेषणा करके उस पर अपना अधिकारिक मत प्रकट करना (डिस्सर्टेशन)। २. दे० ‘शोध-निबंध’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मूल-बंध :
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पुं० [सं०] १. हठयोग की एक क्रिया जिसमें सिद्धासन या वज्रासन द्वारा शिश्न और गुदा के मध्यवाले भाग को दबाकर अपान वायु को ऊपर चढ़ाते हैं, जिससे कुंडलिनी जागकर मेरु-दंड के सहारे ऊपर की ओर चढ़ने लगती है। २. तांत्रिक पूजन में एक प्रकार का अंगुलि-न्यास। |
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समानार्थी शब्द-
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