| शब्द का अर्थ | 
					
				| मूलक					 : | वि० [सं० मूल+कन्०] १. जो किसी के मूल में हो। २. जिसके मूल में कुछ हो। ३. उत्पन्न करनेवाला। जैसे—अनर्थ मूलक। पुं० १. मूल स्वरूप। २. मूली नामक कंद। ३. वैद्यक में ३४ प्रकार के स्थावर विषों में से एक प्रकार का विष। ऐसा विष जो वृक्षों के मूल या जड़ के रूप में होता है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| मूलक-पर्णी					 : | स्त्री० [सं० ब०स०+ङीष्] सहिंजन (पेड़)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| मूलकार					 : | पुं० [सं० मूल√कृ (करना)+अण्] मूलग्रंथ का कर्ता। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| मूलकारिका					 : | स्त्री० [सं० मूलकारक+टाप्, इत्व] १. मूल गद्य या पद्य जिसकी टीका की गई हो २. उधार दिए मूल धन की एक विशेष प्रकार की वृद्धि या सूद। ३. चंडीदेवी का एक नाम। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |