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			| शब्द का अर्थ |  
				| मूलकार					 : | पुं० [सं० मूल√कृ (करना)+अण्] मूलग्रंथ का कर्ता। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| मूलकारिका					 : | स्त्री० [सं० मूलकारक+टाप्, इत्व] १. मूल गद्य या पद्य जिसकी टीका की गई हो २. उधार दिए मूल धन की एक विशेष प्रकार की वृद्धि या सूद। ३. चंडीदेवी का एक नाम। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |