| शब्द का अर्थ | 
					
				| मूषक					 : | पुं० [सं० मूष+कन्] [स्त्री० मूषिका] १. चूहा। २. लाक्षणिक अर्थ में, वह जो चुरा-छिपा कर या जबरदस्ती दूसरों का धन ले लेता हो। ३. रहस्य संप्रदायों में, मन को अज्ञान के अन्धकार में चूहे की तरह विचरता है और जिसे अन्त में काल-रूपी सर्प खा जाता है। | 
			
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				| मूषक-कर्णी					 : | स्त्री० [ब० स०+ङीष्] मूसाकानी (लता)। | 
			
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				| मूषक-वाहन					 : | पुं० [ब० स०] गणेश। | 
			
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