| शब्द का अर्थ | 
					
				| मौक्तिक					 : | पुं० [सं० मुक्ता+ठक्—इक] मोती। वि० मुक्ता सम्बन्धी। मुक्ता का। | 
			
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				| मौक्तिक-तंडुल					 : | पुं० [सं० ष० त०] बारह अक्षरों का एक प्रकार का वर्णिक छन्द जिसके प्रत्येक चरण में दूसरा, पाँचवाँ, आठवाँ और ग्यारहवाँ वर्ण गुरु और शेष लघु होते हैं। | 
			
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				| मौक्तिक-माला					 : | स्त्री० [सं० ष० त०] १. मोतियों की माला। २. ग्यारह अक्षरों की एक वर्णिक वृत्ति जिसके चरण का पहला, चौथा, पाँचवाँ, दसवाँ और ग्यारहवाँ अक्षर गुरु और शेष लघु होते हैं तथा पाँचवें और छठें वर्ण पर यति होती है। | 
			
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				| मौक्तिकावलि					 : | स्त्री० [सं० ष० त०] मोतियों की माला। | 
			
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