| शब्द का अर्थ | 
					
				| यजमान					 : | पुं० [सं०√यज्+शानच्, मुक्-आगम] १. यज्ञ करनेवाला व्यक्ति। २. वह व्यक्ति जो किसी ब्राह्मण से यज्ञ-कर्म करवाता हो और उसे दक्षिणा या पुरस्कार देता हो। ३. ब्राह्मण की दृष्टि से वह व्यक्ति जिसके धार्मिक कृत्य वह स्वयं करता हो। ४. वह जो किसी ब्राह्मण को भरण-पोषण के लिए अन्न-धन देता हो। ५. शिव की एक मूर्ति। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| यजमानता					 : | स्त्री० [सं० यजमान+तल्-टाप्] यजमान होने की अवस्था, धर्म या भाव। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| यजमान-लोक					 : | पुं० [सं० ष० त०] वह लोक जिसमें यज्ञ करके मरने वालों का निवास माना जाता है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |