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			| शब्द का अर्थ |  
				| योग-क्षेम					 : | पुं० [सं० द्व० स०] १. जो वस्तु अपने पास न हो उसे प्राप्त करना और जो मिल चुकी हो, उसकी रक्षा करना। २. जीवन बिताना। गुजारा करना। ३. कुशल-मंगल। खैरियत। ४. दूसरे की सम्पत्ति आदि की रक्षा। ५. मुनाफा। लाभ। ६. राष्ट्र की शान्ति और सुव्यवस्था। ७. ऐसी वस्तु जो उत्तराधिकारियों में न बाँटी गई हो अथवा न बाँटी जाती हो। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |