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			| शब्द का अर्थ |  
				| रद्दा					 : | पुं० [फा० रदः] १. दीवार में जुड़ाई की एक पंक्ति। २. मिट्टी की दीवार उठाने में उतना अंश, जितना चारों ओर एक बार में उठाया जाता है। क्रि० प्र०—उठाना।—रखना। ३. थाली में एक प्रकार की मिठाइयों का चुनाव जो स्तरों के रूप में नीचे-ऊपर होता है। क्रि० प्र०—रखना।—लगाना। ४. नीचे ऊपर रखी हुई वस्तुओं का थाक या ढेर। क्रि० प्र०—चुनना। ५. कुश्ती में अपने प्रतिपक्षी को नीचे लाकर उसकी गरदन पर कुहनी और कलाई के नीचे की हड्डी से रगड़ते हुए आघात करना। क्रि० प्र०—देना।—लगाना। ६. चमड़े की वह मोहरी जो भालुओं के मुँह पर बाँधी जाती है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |