| शब्द का अर्थ | 
					
				| रूढि					 : | स्त्री० [सं०√रुह्+क्तिन्] १. चढ़ाई। चढ़ाव। २. बढती। वृद्धि। ३. उठान या उभार। ४. आविर्भाव या उत्पत्ति। ५. ख्याति। प्रसिद्धि। ६. परंपरा से चली आई हुई कोई ऐसी चाल या प्रथा जिसे साधारणतः सब लोग मानते हों अथवा जिसका पालन लोक में होता हो (कन्वेन्शन)। ७. मन में की हुई धारणा निश्चय या विचार। ८. वह शब्द शक्ति जिससे शब्द अपने रूढ़ अर्थ का ज्ञान कराता है। | 
			
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				| रूढि-लक्षणा					 : | स्त्री० [सं० मध्य० स०] साहित्य में, लक्षणा के दो प्रमुख भेदों में से एक जिसमें मुख्य अर्थ के बाधित होने पर अर्थ-संबंधी कोई दूसरा लक्ष्यार्थ निकलता या लिया जाता है। (दूसरा प्रमुख भेद प्रयोजनवती लक्षणा है)। | 
			
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