| शब्द का अर्थ | 
					
				| रोशन					 : | वि० [फा०] १. रोशनी या प्रकाश से युक्त। प्रकाशमान्। २. जलता हुआ। प्रदीप्त। जैसे—चिराग रोशन होना। ३. जिसमें खूब चहल-पहल और आनन्द-मंगल हो। जैसे—महफिल रोशन होना। ४. किसी प्रकार की कीर्ति या यश से युक्त, और फलतः प्रसिद्ध या विख्यात। ५. जाहिर। प्रकट। विदित। जैसे—यह बात सब पर रोशन हो जायगी। | 
			
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				| रोशन-चौकी					 : | स्त्री० [फा०] १. नफीरी नामक बाजा। २. शहनाई नामक वाद्य समूह। | 
			
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				| रोशन-दान					 : | पुं० [फा०] १. कमरे की दीवार के ऊपरी भाग में बना हुआ वह थोड़ा खुला स्थान, जिसमें से प्रकाश आता है। २. उक्त स्थान में लगी हुई कोई जाली अथवा लकड़ी आदि का ढाँचा। | 
			
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				| रोशनाई					 : | स्त्री० [फा०] १. अक्षर आदि लिखने की स्याही। मसि। स्त्री०=रोशनी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| रोशनी					 : | स्त्री० [फा०] १. उजाला। प्रकाश। २. चिराग। दीपक। ३. आनन्दोत्सव के समय बहुत से दीपक जलाकर किया जानेवाला प्रकाश। दीपोत्सव। ४. ज्ञान आदि का प्रकाश। मुहावरा—रोशनी डालना=किसी विषय को अधिक सुबोध तथा स्पष्ट करना। | 
			
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