शब्द का अर्थ
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					वषट्					 :
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					अव्य० [सं०√वह (पहुँचाना)+डषटि] एक शब्द जिसका उच्चारण यज्ञ के समय अग्नि में आहुति देते समय किया जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					वषट्-कार					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] १. देवताओं के उद्देश्य से किया हुआ यज्ञ। होम। होत्र। २. तैतीस वैदिक देवताओं में से एक देवता। ३. वषट् (शब्द) का उच्चारण करनेवाला व्यक्ति।				 | 
			
			
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					वषट्-कृत					 :
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					भू० कृ० [सं० सुप्सुपा० स०] देवताओं के निमित्त अग्नि में डाला हुआ। होम किया हुआ। हुत।				 | 
			
			
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					वषट्-कृत्य					 :
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					पुं० [सं० मध्य० स०] होम।				 | 
			
			
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