शब्द का अर्थ
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					वस्तु					 :
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					स्त्री० [सं०√वसु+तुन्] १. वह जो कुछ अस्तित्व में हो। वह जिसकी वास्तविकता हो। गोचर पदार्थ। २. श्रम द्वारा निर्मित चीज। ३. वह जो किसी वाद-विवाद आलोचना या विचार का विषय हो। विषय। ४. कथावस्तु।				 | 
			
			
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					वस्तुक					 :
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					पुं० [सं० वस्तु+कन्] १. सार भाग। २. बथुआ का साग।				 | 
			
			
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					वस्तु-जगत					 :
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					पुं० [सं० कर्म० स०] यह दृश्यमान् जगत्। संसार।				 | 
			
			
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					वस्तु-ज्ञान					 :
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					पुं० [सं०] १. किसी वस्तु की पहचान। २. मूल तथ्य या वास्तविकता का ज्ञान। तत्त्वज्ञान।				 | 
			
			
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					वस्तुतः					 :
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					अव्य० [सं० वस्तु+तसिल्] वास्तविक रूप या स्थिति में। वास्तव में। (डी फ़ैक्टो)।				 | 
			
			
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					वस्तु-निर्देश					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] मंगलाचरण का एक भेद जिसमें कथा का कुछ आभास दे दिया जाता है (नाटक)।				 | 
			
			
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					वस्तु-निष्ठा					 :
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					वि० [सं०] १. अध्यात्म और दर्शन में जो ब्रह्मा तत्त्वों या भौतिक पदार्थों से संबंध रखता हो, स्वयं कर्ता के आत्म या चेतना से जिसका कोई संबंध न हो,। ‘आत्म-निष्ठ’ का विपर्याय। २. कला और साहित्य में जो बाह्मा तत्त्वों या भौतिक पदार्थों पर ही आश्रित हो,स्वयं कर्त्ता या कृती के आत्म या चेतना से जिसका कोई संबंध न हो। ‘आत्मनिष्ठ’ का विपर्याय। (आब्जेक्टिव उक्त दोनों अर्थों के लिए)।				 | 
			
			
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					वस्तु-बल					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] वस्तु का गुण।				 | 
			
			
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					वस्तु-रूपक					 :
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					पु० दे० ‘आलेख रूपक’।				 | 
			
			
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					वस्तु-वक्रता					 :
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					स्त्री० [सं०] साहित्यिक रचनाओं में होनेवाला एक प्रकार का सौन्दर्यसूचक त्तत्व जो कवि की शब्दावली से भिन्न उन वस्तुओं या विषयों पर आश्रित होता है जिन्हें वह अपने वर्णन के लिए चुनता है। वाक्य-वक्रता (देखें) की तरह यह भी कवि की श्रेष्ठतम प्रतिभा से उदभूव होता और काव्य के समस्त सौन्दर्य का उदगम होता है। वर्ण्य वस्तु या विषय की रमणीयता, सुकुमारता और कौशलपूर्ण प्रदर्शन ही इसके प्रमुख लक्षण है।				 | 
			
			
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					वस्तु-स्थिति					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०] किसी चीज या वस्तु की वास्तविक स्थिति।				 | 
			
			
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					वस्तुत्प्रेक्षा					 :
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					स्त्री० [सं०] साहित्य में उत्प्रेक्षा अलंकार का एक भेद जिसमें किसी उपमेय में उपमान के कार्य, गुण आदि की कल्पना की जाती है।				 | 
			
			
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