शब्द का अर्थ
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					वृथा					 :
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					वि० [सं०√वृ (वरण करना)+थाल्] जिसका कोई उपयोग या प्रायोजन न हो। व्यर्थ। फजूस। अव्य० १. बिना किसी आवश्यकता या प्रायोजन के। २. मूर्खता या भूल से।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					वृथात्व					 :
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					पुं० [सं० वृथा+त्वल्] वृथा होने की अवस्था या भाव।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					वृथा-मांस					 :
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					पुं० [सं०] ऐसा मांस जिसका व्यवहार या सेवन न किया जा सकता हो। निषिद्ध मांस।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |