शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					वैण					 :
				 | 
				
					वि० [सं० वेणु+अण्, उ-लोप] वेणु संबंधी। बाँस का। पुं० बाँस की खमाचियों आदि से चटाइयाँ टोकरियाँ आदि बनानेवाला कारीगर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					वैणव					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० वेणु+अण्] १. बाँस का फल। २. बाँस का वह डंडा जो यज्ञोपवीत के समय धारण किया जाता है। ३. वेणु। बाँसुरी। वि० वेणु-संबंधी। वेणु का।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					वैणविक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० वैणव+ठक्-इक] वह जो वेणु बजाता हो। वंशी बजानेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					वैणवी (विन्)					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० वैणव+इनि] १. वह जो वेणु बजाता हो। २. शिव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					वैणिक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० वीणा+ठक्-इक] वह जो वीणा बजाता हो। बीनकार। वि० वीणासंबंधी। वीणा का।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					वैणुक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० वेणु√कै (प्रकाश करना)+क+अण्] वह जो वेणु बजाने में चतुर हो। वंशी बजानेवाला। २. हाथी चलाने का अंकुश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					वैण्य					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० वेणु+ष्यञ्] राजा वेणु के पुत्र का एक नाम।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |