| शब्द का अर्थ | 
					
				| शंकरा					 : | स्त्री० [सं० शंकर+टाप्] १. पार्वती। २. मंजीठ। ३. शमी। पुं० शंकर नामक राग। वि० स्त्री कल्याण करनेवाली। | 
			
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				| शंकराचार्य					 : | पुं० [सं० मध्य० स०] १. दक्षिण भारत के केरल प्रदेश के एक प्रसिद्ध शैव आचार्य जो अद्वैत मत के प्रतिपादक तथा प्रवर्त्तक थे (सन् ७८८-८२॰ ई०)। विशेष-इन्होंने बदरिकाश्रम, करवीर द्वारका और शारदा नाम के चार पीठ स्थापित किए थे, जिनके अधिष्ठाता अभी तक शंकराचार्य कहे जाते हैं। | 
			
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