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			| शब्द का अर्थ |  
				| शब्दाडंबर					 : | पुं० [सं० ष० त०] १. साधारण बात कहने के लिए बड़े-बड़े शब्दों और जटिल वाक्यों का प्रयोग। शब्द-जाल (बाम्बाँस्ट) २. साहित्य में उक्त प्रकार की कोई ऐसी उक्ति जिसमें कोई विशेष चमत्कार न हो। जैसे—केवल अनुप्रास के विचार से कहना-का बलमा बलमा बलमा बलमा बलमा बलमा बलमा है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |