| शब्द का अर्थ | 
					
				| शांब					 : | पुं० [सं०]=सांब। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| शांबर					 : | वि० [सं० शंबर+अण्] १. शंबर दैत्य संबंधी। २. साँभर मृग संबंधी। पुं० लोध का पेड़। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| शांबर-शिल्प					 : | पुं० [सं० कर्म० स०] इंद्रजाल। जादू। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| शांबरिक					 : | पुं० [सं० शम्बर+ठक्-इक] जादूगर। मायावी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| शांबरी					 : | स्त्री० [सं० शांबर-ङीष्] १. माया। इन्द्रजाल। २. जादूगरनी। पुं० १. एक प्रकार का चंदन। २. लोध। ३. मूसाकानी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| शांबविक					 : | पुं० [सं० शंबु+ठञ्-इक] शंख का व्यवसाय करनेवाला व्यक्ति। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| शांबुक					 : | पुं० [सं० शांबु+कन्] घोंघा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |