| शब्द का अर्थ | 
					
				| शाल्मली					 : | स्त्री० [सं० शाल्मल—ङीष्] १. शाल्मलि। सेमर। २. पाताल की एक नदी। पुं० गरुड़। | 
			
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				| शाल्मली-कंद					 : | पुं० [सं० ष० त० स०] शाल्मलि की जड़ जो वैद्यक में ओषधि के रूप में व्यवहृत होती है। | 
			
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				| शाल्मली-फलक					 : | पुं० [सं० शाल्मली-फल्+कन्] एक तरह की लकड़ी जिसपर रगड़कर शल्य तेज किये जाते थे (सुश्रुत)। | 
			
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				| शाल्मली वेष्ट					 : | पुं० [सं०] सेमल के वृक्ष का गोंद। मोचरस। | 
			
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