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			| शब्द का अर्थ |  
				| शिकमी					 : | वि० [फा०] १. पेट संबंधी। २. निज का। अपना। ३. किराये, लगान आदि के विचार से जो किसी दूसरे के अन्तर्गत हो। जैसे—शिकमी, काश्तकार, शिकमी किरायेदार। मुहावरा—शिकमी देना=किराये, लगान आदि पर ली हुई जमीन किसी दूसरे को किराये या लगान पर देना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| शिकमी काश्तकार					 : | पुं० [फा०] ऐसा काश्तकार जिसे जोतने के लिए खेत दूसरे काश्तकार से मिला हो। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |