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			| शब्द का अर्थ |  
				| शीत-तरंग					 : | स्त्री० [सं०] १. शीतकाल में सहसा तापमान के गिरने से होनेवाली ऐसी उग्र ठंढ जिसमें हाथ-पैर गलने लगते हैं। २. किसी दिशा में पड़नेवाली शीत की वह तरंग जिससे दो चार दिनों के लिए सरदी बहुत बढ़ जाती है। (कोल्ड-वेव) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |