शब्द का अर्थ
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श्रद्ध :
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वि० [सं० श्रत्√धा (रखना)+अङ्] श्रद्धा करनेवाला। श्रद्धा वान्। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
श्रद्धा :
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स्त्री० [सं०] [वि० श्रद्धालु, श्रद्धेय] १. किसी काम या बात की प्रबल इच्छा या उत्कट वासना। २. गर्भवती स्त्री के मन में उत्पन्न होती रहनेवाली अनेक प्रकार की इच्छाएँ और वासनाएँ। दोहद। ३. आचार, धर्म आदि के क्षेत्र में किसी अच्छी चीज या बात (जैसे—ईश्वर, धर्म, मोक्ष, स्वर्ग आदि) अथवा पूज्य और बड़े लोगों के प्रति मन में रहनेवाली आदरपूर्ण आस्था या भावना, अथवा उनके प्रति होनेवाला विश्वास। ४. बौद्ध धर्म में बुद्ध धर्म और संघ के प्रति होनेवाली प्रसन्नता। ६. कर्दम मुनि की कन्या जो अत्रि ऋषि की पत्नी थी। ७. वैवस्वत मनु की पत्नी जो कामदेव और रति की कन्या थी। कामायनी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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