बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 18 अभिप्रेरणा : अवधारणा एवं सिद्धान्त
(Motivation: Concept and Theories)
प्रबन्ध को दूसरों से कार्य करवाने की कला के रूप में परिभाषित किया जाता रहा है। अतः प्रबन्धकों के समक्ष यह एक महत्वपूर्ण चुनौतीपूर्ण चुनौतीयुक्त प्रश्न है कि वे उन बातों की जानकारी करें जिनके द्वारा दूसरों से कार्य करवाया जा सके। अभिप्रेरण वे इच्छाएँ और भावनाएँ हैं जो प्रत्येक व्यक्ति को कार्य करने के लिए अभिप्रेरित करती हैं। व्यक्ति को अभिप्रेरित तब किया जा सकता है जब उसकी योग्यताओं को किन्हीं उद्धेश्यों की प्राप्ति के लिए निर्देशित किया जाता है। अभिप्रेरणा वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह मुख्यता व्यक्तिगत आवश्यकताओं एवं मान्यताओं पर आधारित है। अभिप्रेरणा देने के लिए कर्मचारियों की आवश्यकताओं की संतुष्टि की जाती है और यह प्रक्रिया निरन्तर चलती रहती है। अभिप्रेरणा के द्वारा कर्मचारियों को उन कार्यों को करने के लिए अभिप्रेरित किया जाता है जिनसे संस्था के उद्धेश्यों को प्राप्त किया जायेगा। अभिप्रेरणा कर्मचारियों में कार्य के प्रति लगन उत्पन्न करने के लिए भी दी जाती है। अभिप्रेरणा की आवश्यकता कर्मचारियों की सामाजिक शारीरिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आवश्यक है। संस्था के मानवीय साधनों का सदुपयोग करने के लिए उनको अभिप्रेरित करना आवश्यक है। अभिप्रेरणा मनोबल का निर्माण करने में सहायक है।
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