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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2731
आईएसबीएन :0

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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर

महत्वपूर्ण तथ्य

• व्यक्तियों को इच्छित तरीके से कार्य कराने के लिए प्रेरित करना अभिप्रेरण कहलाता है।

• अभिप्रेरण एक सतत्, चक्रीय, भीतरी तथा मनोवैज्ञानिक धारणा होती है।

• अभिप्रेरण मानवीय संतुष्टि का परिणाम है।

• अभिप्रेरण धनात्मक, ऋणात्मक, मौद्रिक, अमौद्रिक, व्यक्तिगत, सामूहिक, आन्तरिक तथा बाहरी हो सकता है।

• अभिप्रेरण में कार्य हेतु प्रेरणा का उद्देश्य होता है।

• अभिप्रेरण की विचारधाराएँ निम्नलिखित हैं-

(I) परम्परागत विचारधारा

भय एवं दण्ड विचारधारा
पुरस्कार विचारधारा
करैट तथा स्टिक विचारधारा

(II) आधुनिक विचारधारा

• भागीदारी विचारधारा
• पथ लक्ष्य विचारधारा
• हर्जबर्ग की अभिप्रेरणा स्वास्थ्य या अरोग्य विचारधारा

• मैस्लो ने आवश्यकता क्रम का वर्गीकरण निम्नवत् किया है-

शारीरिक आवश्यकताएँ
सुरक्षा आवश्यकताएँ
सामाजिक आवश्यकताएँ
स्वाभिमान आवश्यकताएँ
आत्मविकास आवश्यकताएँ

• पथ - लक्ष्य विचार धारा का विकास गोरगों, पोलश, माहौनी तथा जोन्स ने किया है।

• हर्जबर्ग ने आरोग्य विचारधारा दी है।

• आरोग्य विचारधारा के अभिप्रेरक तत्व निम्नलिखित हैं-

स्वास्थ्य तत्व                  अभिप्रेरक घटक

वातावरण                      -     स्वयं कार्य
नीतियाँ                        -     उपलब्धियाँ
पर्यवेक्षण                     -      उपलब्धि के लिए मान्यता
कार्यदशाएँ                   -      चुनौतपूर्ण कार्य
पारस्परिक सम्बन्ध     -      उत्तरदायित्व
वेतन पद एवं सुरक्षा     -      उन्नति एवं विकास

• अभिप्रेरण के सिद्धान्तों में सुरक्षा, प्रशंसा व मान्यता, संस्था के प्रति लगाव, विकास के अवसर तथा कुशल नेतृत्व आदि है।

• अभिप्रेरण के साधन एवं तकनीकों में वित्तीय तकनीकें तथा गैर-वित्तीय तकनीकें शामिल हैं।

• ब्रूम विचारधारा के अनुसार सन्तुष्ट व्यक्ति अच्छा उत्पादक होता है।

• आशा व्यक्तिपरक धारणा है।
• शक्ति व्यक्ति की इच्छा की मात्रा

• एक्स - सिद्धान्त एक परम्परागत सिद्धान्त है जो इस मान्यता पर निर्भर है कि व्यक्ति कार्य नहीं करना चाहता।

• वाई सिद्धान्त मानवीय मूल्यों पर आधारित है।
• जेड विचारधारा जापानी प्रबन्ध व्यवस्था का दूसरा नाम है।
• पुरस्कार विचारधारा का प्रतिपादन टेलर ने किया।
• भय एवं दण्ड विचारधारा का मूलमन्त्र है ' या तो कार्य करो या चले जाओ'।

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