बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
महत्वपूर्ण तथ्य
• व्यक्तियों को इच्छित तरीके से कार्य कराने के लिए प्रेरित करना अभिप्रेरण कहलाता है।
• अभिप्रेरण एक सतत्, चक्रीय, भीतरी तथा मनोवैज्ञानिक धारणा होती है।
• अभिप्रेरण मानवीय संतुष्टि का परिणाम है।
• अभिप्रेरण धनात्मक, ऋणात्मक, मौद्रिक, अमौद्रिक, व्यक्तिगत, सामूहिक, आन्तरिक तथा बाहरी हो सकता है।
• अभिप्रेरण में कार्य हेतु प्रेरणा का उद्देश्य होता है।
• अभिप्रेरण की विचारधाराएँ निम्नलिखित हैं-
(I) परम्परागत विचारधारा
भय एवं दण्ड विचारधारा
पुरस्कार विचारधारा
करैट तथा स्टिक विचारधारा
(II) आधुनिक विचारधारा
• भागीदारी विचारधारा
• पथ लक्ष्य विचारधारा
• हर्जबर्ग की अभिप्रेरणा स्वास्थ्य या अरोग्य विचारधारा
• मैस्लो ने आवश्यकता क्रम का वर्गीकरण निम्नवत् किया है-
शारीरिक आवश्यकताएँ
सुरक्षा आवश्यकताएँ
सामाजिक आवश्यकताएँ
स्वाभिमान आवश्यकताएँ
आत्मविकास आवश्यकताएँ
• पथ - लक्ष्य विचार धारा का विकास गोरगों, पोलश, माहौनी तथा जोन्स ने किया है।
• हर्जबर्ग ने आरोग्य विचारधारा दी है।
• आरोग्य विचारधारा के अभिप्रेरक तत्व निम्नलिखित हैं-
स्वास्थ्य तत्व अभिप्रेरक घटक
वातावरण - स्वयं कार्य
नीतियाँ - उपलब्धियाँ
पर्यवेक्षण - उपलब्धि के लिए मान्यता
कार्यदशाएँ - चुनौतपूर्ण कार्य
पारस्परिक सम्बन्ध - उत्तरदायित्व
वेतन पद एवं सुरक्षा - उन्नति एवं विकास
• अभिप्रेरण के सिद्धान्तों में सुरक्षा, प्रशंसा व मान्यता, संस्था के प्रति लगाव, विकास के अवसर तथा कुशल नेतृत्व आदि है।
• अभिप्रेरण के साधन एवं तकनीकों में वित्तीय तकनीकें तथा गैर-वित्तीय तकनीकें शामिल हैं।
• ब्रूम विचारधारा के अनुसार सन्तुष्ट व्यक्ति अच्छा उत्पादक होता है।
• आशा व्यक्तिपरक धारणा है।
• शक्ति व्यक्ति की इच्छा की मात्रा
• एक्स - सिद्धान्त एक परम्परागत सिद्धान्त है जो इस मान्यता पर निर्भर है कि व्यक्ति कार्य नहीं करना चाहता।
• वाई सिद्धान्त मानवीय मूल्यों पर आधारित है।
• जेड विचारधारा जापानी प्रबन्ध व्यवस्था का दूसरा नाम है।
• पुरस्कार विचारधारा का प्रतिपादन टेलर ने किया।
• भय एवं दण्ड विचारधारा का मूलमन्त्र है ' या तो कार्य करो या चले जाओ'।
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