बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
|
बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
महत्वपूर्ण तथ्य
• नेतृत्व विशिष्ट लक्ष्य की प्राप्ति में अनुसरण करने हेतु इच्छा को जाग्रत करने की योग्यता होती है।
• आर्डवे टीड के अनुसार नेता जन्मते भी है और बनाए भी जाते हैं।
• प्राचीन अवधारणा के अनुसार नेता निरकुंश होता है।
• आधुनिक अवधारणा के अनुसार नेता अपने अनुयायियों को कुशल नेतृत्व देता है तथा वांछित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सहयोग की भावना से कार्य करता है।
• नेतृत्व के लक्षण इस प्रकार हैं-
अनुयायियों का विद्यमान होना
निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया
अनुयायियों के समक्ष आदर्श प्रस्तुत करना
नेता तथा उसके अनुयायियों का पारस्परिक सम्बन्ध क्रियाशील होना
नेता व अनुयायी के हितों की एकता होना
• नेतृत्व कर्मचारियों को प्रेरणा देता है जबकि बॉस कर्मचारियों को हाँकता है।
• नेतृत्व के प्रमुख सिद्धान्त निम्नलिखित हैं-
प्रक्रिया सिद्धान्त
प्रभावी निर्देशन का सिद्धान्त
क्रियाशील सम्बन्धों का सिद्धान्त
प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण का सिद्धान्त
नियंत्रण के विस्तार का सिद्धान्त
क्रियाशील सम्बन्धों का सिद्धान्त
प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण का सिद्धान्त
नियंत्रण के विस्तार का सिद्धान्त
• नियंत्रण के विस्तार के सिद्धान्त के अनुसार नेता के अनुयायियों की संख्या सीमित होनी चाहिए।
• नेतृत्व की लक्षणमूलक विचारधारा निगमन प्रणाली पर आधारित है।
• आर्डवे टीड ने नेता के गुण इस प्रकार बताए हैं- शारीरिक शक्ति, उद्देश्य भावना, मैत्री भाव, चारित्रिक सुदृढ़ता आदि।
• नेतृत्व की परिस्थितित्यामक परीक्षण विचारधारा का उपयोग द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी तथा अमेरिकी सेनाओं में कमाण्डरों के चयन के लिए किया गया था।
• नेतृत्व की अनुयायी विचारधारा का प्रतिपादन एफ. एच सेन्सफोर्ड ने किया।
• नेतृत्व के क्रियात्मक विचारधारा का विकास कुर्त लेबिन ने किया।
|