बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 5 नियोजन : अवधारणा, प्रक्रिया एवं प्रकार
(Planning : Concept, Process and Types)
नियोजन प्रबन्ध का सर्वव्यापी एवं मूलभूत कार्य है तथा इसकी आवश्यकता संस्था के प्रत्येक विभाग तथा प्रत्येक स्तर पर होती है। कार्यों के निष्पादन के लिए नियोजन आवश्यक होता है। नियोजन में पहले से तय कर लिया जाता है कि क्या किया जाना है, कैसे किया जाना है, किसके द्वारा किया जाना है, कहाँ किया जाना है आदि। केवल भविष्य को निर्धारित करना ही नियोजन नहीं होता जब तक कि इसके लिए व्यवस्था न की गयी हो। नियोजन भविष्य के लिए एक विवेकपूर्ण उपागम है इसमें पूर्वानुमान भी शामिल होता है। नियोजन प्रक्रिया द्वारा सुसंगत तथा संकलित एवं विश्लेषित करके प्रकल्पनाएँ की जाती है तथा वांछित परिणाम पाने के लिए कार्यवाही की योजनाएँ बनायी जाती है। नियोजन एक मानसिक कार्य है। जी. डी. एच. कोल का विचार है कि बिना नियोजन के कोई भी कार्य तीर या तुक्के पर आधारित होगा जिससे भ्रम, शंकाएं व अव्यवस्था ही उत्पन्न होगी।
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