बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 9 अधिकार एवं उत्तरदायित्व सम्बन्ध
(Authority and Responsibility Relationships)
उपक्रम में प्रबन्धकीय कार्यों के लिए प्रबन्धक के पास अधिकार होने चाहिए ताकि वह अधीनस्थों से कार्य का निष्पादन करा सके। अधिकार का आशय विशिष्ट स्वत्व, शक्ति अथवा अनुमति से होता है। प्रबन्धक के पास उपक्रम के लिए कार्य करने, आदेश देने, दण्ड देने तथा प्रतिनिधित्व करने का अधिकार होना चाहिए। अधिकार एक वैधानिक शक्ति होती है। अधिकार औपचारिक सिद्धान्त, स्वीकृति सिद्धान्त, क्षमता सिद्धान्त के अनुरूप प्राप्त किये जा सकते हैं। अधिकार का उपयोग अधिकार की कुशलता पर निर्भर करता है। अधिकारों के सही उपयोग के लिए अनुकूल वातावरण, परस्पर विश्वास, उत्साह एवं लगन आदि की आवश्यकता होती है।
उत्तरदायित्व से आशय कर्त्तव्य का पालन करने से है। यह एक आबधन है जिसे पूर्ण करना सम्बन्धित व्यक्ति का कर्त्तव्य होता है। अपने उच्च अधिकारी के आदेश का पालन करना अधीनस्थ का उत्तरदायित्व होता है। उत्तरदायित्व तथा अधिकार का साथ है। उत्तरदायित्व अधीनस्थ कर्मचारियों पर लागू होता है। सामान्य रूप से अधिकारों का प्रत्यायोजन हो सकता है किन्तु उत्तरदायित्वों का प्रत्यायोजन करना संभव नहीं होता। अधि कार एवं उत्तरदायित्व दोनों में गहन सम्बन्ध होता है।
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