बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 11 विभागीयकरण
(Departmentation)
उपक्रम के संगठन को कुछ विभागों तथा उप-विभागों में बाँटने को विभागीयकरण कहते हैं। विभागीयकरण का कार्य व्यवसाय की प्रकृति को ध्यान में रखकर किया जाता है। समान प्रकार की क्रियाएँ एक ही विभाग में रखी जाती हैं। व्यवसाय के स्वभाव व आकार को ध्यान में रखकर विभागीय प्रबन्धक उप-विभागीयकरण कर सकता है तथा प्रत्येक विभाग के कार्य की स्पष्ट व्याख्या कर सकता है। उपक्रम की क्रियाओं का विभागीयकरण करने से उसकी कुशलता बढ़ती है, निष्पादन में सरलता आती है तथा प्रशासन कार्य सुविधाजनक हो जाता है। उपक्रम के विस्तार के साथ-साथ संगठन में विभागों की संख्या बढ़ती जाती है।
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