बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 12 संगठन संरचना : प्रारूप एवं सांयोगिक कारक
(Organisation Structure: Forms and Contingency Factors)
एक उपक्रम में बहुत से कर्मचारी कार्य करते हैं। संगठन को यथार्थ रूप देने के लिए काम पर लिया जाता है। उपक्रम के उद्धेश्य की पूर्ति के लिए इनके मध्य अधिकारों तथा दायित्वों के समुचित रूप में वितरण करने की समस्या आती है । इनके मध्य सम्बन्ध की व्याख्या करना आवश्यक है। इसी समस्या ने संगठन के प्रारूपों को विकसित किया है। ये प्रारूप कार्यरत कर्मचारियों के सम्बन्धों का स्पष्टीकरण करते हैं। समान रूप से उपक्रमों में चार प्रकार के संगठन प्रचलन में हैं और उपक्रम इनमें किसी भी प्रारूप का अपनी आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकेगा। जिस प्रकार किसी संस्था की नीतियाँ उन सीमाओं को निश्चित करती हैं जिसके अन्तर्गत कार्यक्रमों एवं कार्य - विधियों को निश्चित किया जाता है, ठीक उसी तरह संगठन संरचना उस प्रारूप का कार्य करती है जिसके अनुसार उक्त संस्था के प्रशासनिक सम्बन्ध स्थापित एवं निश्चित किए जाते हैं।
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