बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- माध्यमिक स्तर पर पर्यावरण शिक्षा का संक्षिप्त विवेचन कीजिए।
उत्तर-
माध्यमिक पर्यावरण शिक्षा कक्षा नवमीं से लेकर कक्षा बारहवीं तक के छात्रों को प्रदान की जाती है। इन कक्षाओं के छात्रों की उम्र 15 वर्ष से लेकर 18 वर्ष के मध्य होती है। इस आयु के छात्रों का मानसिक स्तर ऐसा होता है कि वे किसी भी कार्य को ठीक प्रकार से कार्यान्वित कर सकते हैं। इसलिये इस आयु के छात्रों के लिये पर्यावरण ज्ञान के साथ-साथ प्रयोगात्मक कार्य अधिक होने चाहिये। इसके लिये निम्नलिखित रूपरेखा बहुत अधिक प्रभावशाली एवं लाभदायक होगी-
1. नवमी कक्षाओं से लेकर बारहवीं कक्षाओं तक के छात्रों में पर्यावरण प्रदूषण, विलुप्त होने वाले वन्य प्राणी, समाप्त हो रहे वन, चारागाहों आदि के विषय में समुचित जानकारी एवं इसके विषय में उचित जानकारी दी जानी चाहिये।
2. कक्षा दसवीं के छात्रों को पर्यावरण एक विषय के रूप में पढ़ाया जाना चाहिये तथा 'बारहवीं कक्षाओं के लिये पर्यावरण एक ऐच्छिक विषय के रूप में पढ़ाया जाना चाहिये।
3. विद्यालय में पर्यावरण क्रियाकलापों के लिए एक पृथक् से गोष्ठी बनायी जानी चाहिये जिनमें प्रकृति एवं पर्यावरण से सम्बन्धित बैठकें आयोजित की जानी चाहिये ।
4. छात्रों को इस प्रकार की शिक्षा दी जानी चाहिए कि वे अपने आस-पड़ौस के लोगों को पर्यावरण के बारे में अच्छी तरह से समझा सकें।
5. छात्रों को प्रत्येक वर्ष पर्यावरण संस्थानों में प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा जाना चाहिए।
6. प्रत्येक विद्यालय में पर्यावरण में प्रशिक्षित कम से कम दो शिक्षक अवश्य होने चाहिए।
7. प्रत्येक विद्यालय में पर्यावरण विशेषज्ञों को बुलाकर उनके द्वारा छात्रों को पर्यावरण के सम्बन्ध में समझाया जाना चाहिए।
8. पर्यावरण शिक्षा के अन्तर्गत नशीले पदार्थों के विषय में छात्रों को विशेष रूप से आवश्यक जानकारी प्रदान की जानी चाहिए।
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