बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 भूगोल बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 भूगोलसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 भूगोल - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- भारत में क्षेत्रीय नियोजन की विफलताओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर -
भारत में नियोजन की क्या कमियाँ रही हैं। पिछले 45 वर्षों में सरकार लोगों को बताती रही है कि देश में विकास- नियोजन का उद्देश्य समाजवादी ढाँचे पर आधारित समाज की स्थापना करना है। नारे लगाने से कोई अंतर नहीं पड़ता। अंतर इस बात से पड़ता है कि उद्देश्य पूरा हुआ है या नहीं। मूल प्रश्न यह है कि क्या पिछड़ों, कमजोरों व दलितों की दशा सुधरी है या नहीं? क्या विकास के परिणाम समाज के सबसे निचले वर्गों तक पहुँचे हैं या नहीं? इस संबंध में जो भी परिणाम मिले हैं उन्हें सीमित ही कहा जा सकता है जो कि निम्नलिखित से स्पष्ट है-
1. सभी लोगों को एक आधारभूत न्यूनतम जीवन स्तर दिलाने में विफलता - नियोजन का यह आधारभूत उद्देश्य ही पूरा नहीं हुआ है। इस दिशा में बहुत ही कम कार्य हुआ है।
2. आय व सम्पत्ति की असमानताओं को कम करने में विफलता - ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जिससे यह पता चले कि 50 वर्ष के आर्थिक विकास के कारण आय का पुनर्वितरण निचले वर्गों के पक्ष में हुआ है। 1950-51 व 1995-96 के बीच प्रति व्यक्ति आय 1.7 प्रतिशत ही बढ़ी है, लेकिन इसका भी वितरण असमान रहा। ऐसा अध्ययनों से पता चलता है। सबसे निम्न वर्ग के रूप में जनसंख्या के 20 प्रतिशत भाग की हालत और बिगड़ी है और इससे ऊपर के 20 प्रतिशत की हालत लगभग स्थिर रही है। जबकि ग्रामीण गरीबी और बढ़ी है, इस बात के प्रमाण हैं कि आय व सम्पत्ति सभी वर्ग के हाथ में ही केन्द्रित हुई है। चौथी पंचवर्षीय योजना में इस तथ्य को स्वीकार किया गया है कि नियोजन में किए गए प्रयासों से असमानताएँ नहीं घट पाई हैं।
3. सभी शारीरिक रूप से सक्षम व्यक्तियों को उत्पादक रोजगार दिलाने में विफलता - नियोजन की प्रगति के साथ-साथ बेरोजगारी व अल्परोजगार की समस्या भी बढ़ रही है। बेरोजगारी की संख्या प्रथम योजना के बाद से निरंतर बढ़ रही है। पिछले वर्षों से शेष चली आ रही बेरोजगारी की तो बात दूर रही योजना के दौरान श्रम शक्ति में शामिल नए लोगों को भी रोजगार नहीं मिल पाता है। योजना आयोग ने भी इस तथ्य को स्वीकार किया है।
4. बुनियादी सुविधाओं की कमी - सार्वजनिक क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं परियोजनाओं के निर्माण, परिचालन और रख-रखाव में व्याप्त कमी नियोजन की एक और विफलता है। 1980 के दशक के मध्य से तो स्थिति, विशेषतया बिजली, रेलवे और सड़कों की और गंभीर हो गई है। अधिकतर सयंत्र क्षमता से कम (लगभग 50 प्रतिशत) पर कार्य कर रहे हैं। रेलें और सड़कों पर बहुत अधिक भीड़-भाड़ है। हमारे नियोजकों की विफलता इसमें है कि वे इन कमियों का पहले से अनुमान नहीं लगा पाए। परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था अपनी पूरी क्षमता से आगे नहीं बढ़ पाई।
5. छोटे और सीमांत किसानों की अनदेखी और भूमि का पुनर्वितरण - किसानों के भूमि के महत्व का हस्तांतरण का नीतिगत निर्णय (यानि भूमि सुधार ) ठीक ढंग से लागू नहीं किए गए। पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडू, आदि जैसे कुछ राज्यों में कुछ प्रयत्न हुए। सरकार ने भी यह माना है कि भूमि सुधार धीमे रहे है और राज्य सरकारों को इनको तेजी से लागू करने की इच्छा भी प्रतीत नहीं होती। इसके कारण कृषि को प्रगतिशील बनाने और संसाधनों का समान वितरण करने में रुकावटें आती हैं।
6. कृषि क्षेत्र में प्रादेशिक संतुलन लाने की अनदेखी- भारत में नियोजन की यह एक बड़ी विफलता है। भारत की औसत भूमि उत्पादिकता पूर्वी एशिया की तेजी से बढ़ती विकासशील अर्थव्यवस्थाओं और चीन की अपेक्षा काफी कम है। उदाहरणतः चीन की भूमि उत्पादिता भारत की चार गुना है। भारत की यह कमी इस कारण से है कि यहाँ चुने हुए प्रदेशों में ही कृषि को उत्साहित किया गया और बाकी प्रदेशों को मानूसन की वर्षा के भरोसे छोड़ दिया गया। निष्कर्ष यह है कि नियोजन के लक्ष्यों को निर्धारित करने और इनको लागू करने के बीच बहुत बड़ा अंतर रहा है। योजना दस्तावेज दार्शनिक और शैक्षिक तौर पर तो बहुत अच्छे थे, लेकिन सिद्धान्त और व्यवहार में एक बहुत बड़ा अंतर होने के कारण इसके कार्यान्वयन में अनेक कमियाँ रही हैं।
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- प्रश्न- प्रादेशिक भूगोल में प्रदेश (Region) की संकल्पना का विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रदेशों के प्रकार का विस्तृत वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- प्राकृतिक प्रदेश को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- प्रदेश को परिभाषित कीजिए एवं उसके दो प्रकारों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- प्राकृतिक प्रदेश से क्या आशय है?
- प्रश्न- सामान्य एवं विशिष्ट प्रदेश से क्या आशय है?
- प्रश्न- क्षेत्रीयकरण को समझाते हुए इसके मुख्य आधारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- क्षेत्रीयकरण के जलवायु सम्बन्धी आधार कौन से हैं? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- क्षेत्रीयकरण के कृषि जलवायु आधार कौन से हैं? इन आधारों पर क्षेत्रीयकरण की किसी एक योजना का भारत के संदर्भ में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भारत के क्षेत्रीयकरण से सम्बन्धित मेकफारलेन एवं डडले स्टाम्प के दृष्टिकोणों पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- क्षेत्रीयकरण के भू-राजनीति आधार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- डॉ० काजी सैयदउद्दीन अहमद का क्षेत्रीयकरण दृष्टिकोण क्या था?
- प्रश्न- प्रो० स्पेट के क्षेत्रीयकरण दृष्टिकोण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भारत के क्षेत्रीयकरण से सम्बन्धित पूर्व दृष्टिकोण पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- प्रादेशिक नियोजन से आप क्या समझते हैं? इसके उद्देश्य भी बताइए।
- प्रश्न- प्रादेशिक नियोजन की आवश्यकता क्यों है? तर्क सहित समझाइए।
- प्रश्न- प्राचीन भारत में नियोजन पद्धतियों पर लेख लिखिए।
- प्रश्न- नियोजन तथा आर्थिक नियोजन से आपका क्या आशय है?
- प्रश्न- प्रादेशिक नियोजन में भूगोल की भूमिका पर एक निबन्ध लिखो।
- प्रश्न- हिमालय पर्वतीय प्रदेश को कितने मेसो प्रदेशों में बांटा जा सकता है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय प्रायद्वीपीय उच्च भूमि प्रदेश का मेसो विभाजन प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय तट व द्वीपसमूह को किस प्रकार मेसो प्रदेशों में विभक्त किया जा सकता है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- "हिमालय की नदियाँ और हिमनद" पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- दक्षिणी भारत की नदियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पूर्वी हिमालय प्रदेश का संसाधन प्रदेश के रूप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भारत में गंगा के मध्यवर्ती मैदान भौगोलिक प्रदेश पर विस्तृत टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- भारत के उत्तरी विशाल मैदानों की उत्पत्ति, महत्व एवं स्थलाकृति पर विस्तृत लेख लिखिए।
- प्रश्न- मध्य गंगा के मैदान के भौगोलिक प्रदेश पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- छोटा नागपुर का पठार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- प्रादेशिक दृष्टिकोण के संदर्भ में थार के मरुस्थल की उत्पत्ति, महत्व एवं विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- क्षेत्रीय दृष्टिकोण के महत्व से लद्दाख पर विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- राजस्थान के मैदान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- विकास की अवधारणा को समझाइये |
- प्रश्न- विकास के प्रमुख कारक कौन-कौन से हैं? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास के स्वरूप को समझाइये |
- प्रश्न- सतत् विकास के क्षेत्र कौन-कौन से हैं? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास के महत्वपूर्ण सिद्धान्त एवं विशेषताओं पर विस्तृत लेख लिखिए।
- प्रश्न- अल्प विकास की प्रकृति के विभिन्न दृष्टिकोण समझाइए।
- प्रश्न- अल्प विकास और अल्पविकसित से आपका क्या आशय है? गुण्डरफ्रैंक ने अल्पविकास के क्या कारण बनाए है?
- प्रश्न- विकास के विभिन्न दृष्टिकोणों पर संक्षेप में टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सतत् विकास के लक्ष्य कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- आधुनिकीकरण सिद्धान्त की आलोचना पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- अविकसितता का विकास से क्या तात्पर्य है?
- प्रश्न- विकास के आधुनिकीकरण के विभिन्न दृष्टिकोणों पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- डॉ० गुन्नार मिर्डल के अल्प विकास मॉडल पर विस्तृत लेख लिखिए।
- प्रश्न- अल्प विकास मॉडल विकास ध्रुव सिद्धान्त की व्याख्या कीजिए तथा प्रादेशिक नियोजन में इसकी सार्थकता को समझाइये।
- प्रश्न- गुन्नार मिर्डल के प्रतिक्षिप्त प्रभाव सिद्धांत की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- विकास विरोधी परिप्रेक्ष्य क्या है?
- प्रश्न- पेरौक्स के ध्रुव सिद्धान्त पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- गुन्नार मिर्डल के सिद्धान्त की समीक्षा कीजिए।
- प्रश्न- क्षेत्रीय विषमता की अवधारणा को समझाइये
- प्रश्न- विकास के संकेतकों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भारत में क्षेत्रीय असंतुलन की प्रकृति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- क्षेत्रीय विषमता निवारण के उपाय क्या हो सकते हैं?
- प्रश्न- क्षेत्रीय विषमताओं के कारण बताइये। .
- प्रश्न- संतुलित क्षेत्रीय विकास के लिए कुछ सुझाव दीजिये।
- प्रश्न- क्षेत्रीय असंतुलन का मापन किस प्रकार किया जा सकता है?
- प्रश्न- क्षेत्रीय असमानता के सामाजिक संकेतक कौन से हैं?
- प्रश्न- क्षेत्रीय असंतुलन के क्या परिणाम हो सकते हैं?
- प्रश्न- आर्थिक अभिवृद्धि कार्यक्रमों में सतत विकास कैसे शामिल किया जा सकता है?
- प्रश्न- सतत जीविका से आप क्या समझते हैं? एक राष्ट्र इस लक्ष्य को कैसे प्राप्त कर सकता है? विस्तारपूर्वक समझाइये |
- प्रश्न- एक देश की प्रकृति के साथ सामंजस्य से जीने की चाह के मार्ग में कौन-सी समस्याएँ आती हैं?
- प्रश्न- सतत विकास के सामाजिक घटकों पर विस्तृत टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सतत विकास के आर्थिक घटकों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास के लिए यथास्थिति दृष्टिकोण के बारे में समझाइये |
- प्रश्न- सतत विकास के लिए एकीकृत दृष्टिकोण के बारे में लिखिए।
- प्रश्न- विकास और पर्यावरण के बीच क्या संबंध है?
- प्रश्न- सतत विकास के लिए सामुदायिक क्षमता निर्माण दृष्टिकोण के आयामों को समझाइये |
- प्रश्न- सतत आजीविका के लिए मानव विकास दृष्टिकोण पर संक्षिप्त चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- सतत विकास के लिए हरित लेखा दृष्टिकोण का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- विकास का अर्थ स्पष्ट रूप से समझाइये |
- प्रश्न- स्थानीय नियोजन की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- भारत में नियोजन के विभिन्न स्तर कौन से है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नियोजन के आधार एवं आयाम कौन से हैं? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भारत में विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं में क्षेत्रीय उद्देश्यों का विवरण प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- आर्थिक विकास में नियोजन क्यों आवश्यक है?
- प्रश्न- भारत में नियोजन अनुभव पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भारत में क्षेत्रीय नियोजन की विफलताओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- नियोजन की चुनौतियां और आवश्यकताओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बहुस्तरीय नियोजन क्या है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पंचायती राज व्यवस्था के ग्रामीण जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ग्रामीण पुनर्निर्माण में ग्राम पंचायतों के योगदान की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- संविधान के 72वें संशोधन द्वारा पंचायती राज संस्थाओं में जो परिवर्तन किये गये हैं उनका उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- पंचायती राज की समस्याओं का विवेचन कीजिये। पंचायती राज संस्थाओं को सफल बनाने हेतु सुझाव भी दीजिये।
- प्रश्न- न्यूनतम आवश्यक उपागम की व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- साझा न्यूनतम कार्यक्रम की विस्तारपूर्वक रूपरेखा प्रस्तुत कीजिये।
- प्रश्न- भारत में अनुसूचित जनजातियों के विकास हेतु क्या उपाय किये गये हैं?
- प्रश्न- भारत में तीव्र नगरीयकरण के प्रतिरूप और समस्याओं की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- पंचायती राज व्यवस्था की समस्याओं की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- प्राचीन व आधुनिक पंचायतों में क्या समानता और अन्तर है?
- प्रश्न- पंचायती राज संस्थाओं को सफल बनाने हेतु सुझाव दीजिये।
- प्रश्न- भारत में प्रादेशिक नियोजन के लिए न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम के महत्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम के सम्मिलित कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भारत के नगरीय क्षेत्रों के प्रादेशिक नियोजन से आप क्या समझते हैं?