बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञान बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 |
बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 7
वस्त्र एवं परिधान का चयन
(Selection of Fabrics and Apparel)
प्रश्न- पुरुषों के वस्त्र खरीदते समय आप किन बातों का ध्यान रखेंगी? विस्तार से समझाइए।
अथवा
आप अपने लिए वस्त्रों का चुनाव करते समय किन बातों का ध्यान रखेंगी?
उत्तर -
उपयुक्त परिधान सुरक्षा तथा विश्वास की भावना प्रदान करते हैं। जोकि पुरुषों को उनकी दैनिक व्यावसायिक गतिविधियों में सहायक होते हैं। कई सर्वेक्षणों के परिणामो में यह देखा गया है कि सभी व्यक्ति इस बात से सहमत हैं कि व्यावसायिक संसार में परिधान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उपयुक्त परिधान पहनने वाले प्रशासनिक अधिकारी शीघ्रतापूर्वक निर्णय ले लेते हैं। एक पुरुष जो विशिष्ट अवसर पर उपयुक्त व आकर्षक वस्त्र पहनते हैं न केवल दूसरों का ध्यान आकर्षित करते हैं वरन् स्वयं को भी अधिक योग्य व आत्मविश्वासी अनुभव करते हैं।
पुरुषों के वस्त्रों में व्यवसाय हेतु, खेलकूद हेतु खाली समय के लिए व औपचारिक अवसर हेतु वस्त्रों के चयन की आवश्यकता होती है। लड़कों के वस्त्रों में व्यवसाय के स्थान पर स्कूलों या कॉलेज हेतु वस्त्रों के चयन की आवश्यकता होती है। वस्त्रों का चयन पुरुषों के रंग और आकृति को ध्यान में रखकर करना चाहिए साथ ही परिधान अवसर के अनुरूप होना चाहिए। डिजाइन, फिटिंग, कार्य करने योग्य आदि तत्वों का ध्यान पुरुषों के परिधान के चयन के समय रखना चाहिए। इन सबके साथ कीमत का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है।
लड़कियों को सामान्यतः पुरुषों के परिधान के विषय में सिखाया जाता है तथा यह अनुमान लगाया गया है कि करीब 75% महिलाएँ ही पुरुषों के शर्ट, टाई, मोजे, स्वेटर, पैन्ट आदि खरीदती हैं। सूट, कोट आदि के चुनाव में पुरुष अधिकतर महिलाओं की राय भी लेते हैं। पुरुषों के अधिकांश वस्त्रों की देखभाल भी महिलाएँ ही करती हैं।
स्त्रियों की पोशाक के सम्बन्ध में निर्देश
वस्त्र का चुनाव एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसका ज्ञान, प्रत्येक व्यक्ति को होना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि वस्त्र व्यक्ति को बनाते हैं यह कथन उचित ही है। वस्त्र के माध्यम से व्यक्ति की अभिरुचि के दर्शन होते हैं। जीवन के सामान्य विकास के लिए वस्त्रों का उचित चुनाव आवश्यक है। जिन व्यक्तियों को वस्त्र - विज्ञान के मूल सिद्धान्तों की जानकारी होती है वे सावधानीपूर्वक वस्त्रों का चुनाव करते हैं जिससे उनके व्यक्तित्व का पूर्ण विकाश होता है।
वस्त्रों का चुनाव करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए -
1. किसी भी साडी या वस्त्र को क्रय करते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसके लिए यह वस्त्र खरीदा जा रहा है उसका व्यक्तित्व कैसा है, उसका व्यवसाय क्या है तथा उसकी उम्र क्या है।
2. शादी, विवाह जैसे अवसरों के लिए उच्च श्रेणी के वस्त्र खरीदे जाते हैं, जैसे बनारसी साड़ियाँ। लेकिन इस तरह के वस्त्रों को खरीदते समय इन पर होने वाले व्यय को ध्यान रखना आवश्यक है। इस प्रकार के वस्त्रों की धुलाई मंहगी होती है। हथकरघे की साड़ियाँ सुन्दर तथा टिकाऊ होती हैं क्योंकि इनको घर पर आसानी से धोया जा सकता है।
3. रंगों का शरीर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। वस्त्र खरीदने से पूर्व यह निश्चित कर लेना चाहिए कि किन-किन रंगों का मेल उचित रहेगा? ये रंग एक-दूसरे के अनुरूप चयनित होने चाहिए।
4. प्रतिदिन प्रयोग करने वाले वस्त्रों को खरीदते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वस्त्र मजबूत तथा घनी बिनाई का हो। घनी बिनाई होने पर बार-बार की रगड़ से वस्त्र में छेद कम होंगे तथा घुटने एवं कोहनियों पर आसानी से नहीं फटेंगे। प्रतिदिन प्रयोग करने के लिए हथकरघे से बने हुए वस्त्र उपयोगी होते हैं। ये टिकाऊ तथा सरलता से धुलने वाले होते हैं। इनमें वायु का संचालन सुगमतापूर्वक होता है। भारतीय जलवायु के लिए हथकरघा वस्त्र उचित रहते हैं।
5. रंगों का चुनाव करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि त्वचा पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। शरीर पर जो रंग अच्छा लगता हो, उसी रंग का वस्त्र पहनना श्रेष्ठ है। सफेद दूधिया रंग के वस्त्र गहरे रंग वाले वस्त्रों की अपेक्षा चेहरे पर अधिक निखार लाते हैं।
6. बूढ़ी महिलाओं के लिए गहरे, तीखे रंगों का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि इन चमकीले रंगों से वृद्धा के चेहरे पर कड़ापन नजर आने लगता है।
7. नाटे कद की महिलाओं के लिए चमकीले रंग के वस्त्र उपयोगी होते हैं क्योंकि इनको पहनने से ऊँचाई अधिक लगने लगती है। हल्के रंगों के वस्त्रों का प्रयोग करने से ऊँचाई कम प्रतीत होती है।
8. प्रचलित फैशन के अनुसार ही वस्त्र पहनना चाहिए। नये फैशन के वस्त्र महँगे होते हैं तथा अजीबो-गरीब भी होते हैं। इसलिए वस्त्र ऐसा न हो जिसे पहनने पर व्यक्ति चिड़ियाघर का कोई जीव दिखाई पड़ने लगे।
9. वस्त्र की सिलाई उपयुक्त होनी चाहिए। अनुपयुक्त सिलाई से वस्त्रों की खूबसूरती नष्ट हो जाती है। वस्त्र की डिजाइनिंग करते समय वस्त्र, फैशन तथा व्यक्तित्व का ध्यान रखना चाहिए।
|
- प्रश्न- विभिन्न प्रकार की बुनाइयों को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। 1. स्वीवेल बुनाई, 2. लीनो बुनाई।
- प्रश्न- वस्त्रों पर परिसज्जा एवं परिष्कृति से आप क्या समझती हैं? वस्त्रों पर परिसज्जा देना क्यों अनिवार्य है?
- प्रश्न- वस्त्रों पर परिष्कृति एवं परिसज्जा देने के ध्येय क्या हैं?
- प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (1) मरसीकरण (Mercercizing) (2) जल भेद्य (Water Proofing) (3) अज्वलनशील परिसज्जा (Fire Proofing) (4) एंटी-सेप्टिक परिसज्जा (Anti-septic Finish)
- प्रश्न- परिसज्जा-विधियों की जानकारी से क्या लाभ है?
- प्रश्न- विरंजन या ब्लीचिंग को विस्तापूर्वक समझाइये।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा (Finishing of Fabrics) का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- कैलेण्डरिंग एवं टेण्टरिंग परिसज्जा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सिंजिइंग पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- साइजिंग को समझाइये।
- प्रश्न- नेपिंग या रोयें उठाना पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए - i सेनफोराइजिंग व नक्काशी करना।
- प्रश्न- रसॉयल रिलीज फिनिश का सामान्य परिचय दीजिए।
- प्रश्न- परिसज्जा के आधार पर कपड़े कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- कार्य के आधार पर परिसज्जा का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- स्थायित्व के आधार पर परिसज्जा का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा (Finishing of Fabric) किसे कहते हैं? परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- स्काउअरिंग (Scouring) या स्वच्छ करना क्या होता है? संक्षिप्त में समझाइए |
- प्रश्न- कार्यात्मक परिसज्जा (Functional Finishes) किससे कहते हैं? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- रंगाई से आप क्या समझतीं हैं? रंगों के प्राकृतिक वर्गीकरण को संक्षेप में समझाइए एवं विभिन्न तन्तुओं हेतु उनकी उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रोद्योग में रंगाई का क्या महत्व है? रंगों की प्राप्ति के विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रंगने की विभिन्न प्रावस्थाओं का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कपड़ों की घरेलू रंगाई की विधि की व्याख्या करें।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा रंगों द्वारा कैसे की जाती है? बांधकर रंगाई विधि का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बाटिक रंगने की कौन-सी विधि है। इसे विस्तारपूर्वक लिखिए।
- प्रश्न- वस्त्र रंगाई की विभिन्न अवस्थाएँ कौन-कौन सी हैं? विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों की रंगाई के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- डाइरेक्ट रंग क्या हैं?
- प्रश्न- एजोइक रंग से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- रंगाई के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? संक्षिप्त में इसका वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राकृतिक डाई (Natural Dye) के लाभ तथा हानियाँ क्या-क्या होती हैं?
- प्रश्न- प्राकृतिक रंग (Natural Dyes) किसे कहते हैं?
- प्रश्न- प्राकृतिक डाई (Natural Dyes) के क्या-क्या उपयोग होते हैं?
- प्रश्न- छपाई की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- इंकजेट (Inkjet) और डिजिटल (Digital) प्रिंटिंग क्या होती है? विस्तार से समझाइए?
- प्रश्न- डिजिटल प्रिंटिंग (Digital Printing) के क्या-क्या लाभ होते हैं?
- प्रश्न- रंगाई के बाद (After treatment of dye) वस्त्रों के रंग की जाँच किस प्रकार से की जाती है?
- प्रश्न- स्क्रीन प्रिटिंग के लाभ व हानियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्टेन्सिल छपाई का क्या आशय है। स्टेन्सिल छपाई के लाभ व हानियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पॉलीक्रोमैटिक रंगाई प्रक्रिया के बारे में संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- ट्रांसफर प्रिंटिंग किसे कहते हैं? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- पॉलीक्रोमैटिक छपाई (Polychromatic Printing) क्या होती है? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- भारत की परम्परागत कढ़ाई कला के इतिहास पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सिंध, कच्छ, काठियावाड़ और उत्तर प्रदेश की चिकन कढ़ाई पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कर्नाटक की 'कसूती' कढ़ाई पर विस्तार से प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- पंजाब की फुलकारी कशीदाकारी एवं बाग पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- टिप्पणी लिखिए : (i) बंगाल की कांथा कढ़ाई (ii) कश्मीर की कशीदाकारी।
- प्रश्न- कच्छ, काठियावाड़ की कढ़ाई की क्या-क्या विशेषताएँ हैं? समझाइए।
- प्रश्न- कसूती कढ़ाई का विस्तृत रूप से उल्लेख करिए।
- प्रश्न- सांगानेरी (Sanganeri) छपाई का विस्तृत रूप से विवरण दीजिए।
- प्रश्न- कलमकारी' छपाई का विस्तृत रूप से वर्णन करिए।
- प्रश्न- मधुबनी चित्रकारी के प्रकार, इतिहास तथा इसकी विशेषताओं के बारे में बताईए।
- प्रश्न- उत्तर प्रदेश की चिकन कढ़ाई का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जरदोजी कढ़ाई का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- प्रश्न- इकत शब्द का अर्थ, प्रकार तथा उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- पोचमपल्ली पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बगरू (Bagru) छपाई का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- प्रश्न- कश्मीरी कालीन का संक्षिप्त रूप से परिचय दीजिए।
- प्रश्न- भारत के परम्परागत वस्त्रों पर संक्षिप्त में एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भारत के परम्परागत वस्त्रों का उनकी कला तथा स्थानों के संदर्भ में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चन्देरी साड़ी का इतिहास व इसको बनाने की तकनीक बताइए।
- प्रश्न- हैदराबाद, बनारस और गुजरात के ब्रोकेड वस्त्रों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- बाँधनी (टाई एण्ड डाई) का इतिहास, महत्व बताइए।
- प्रश्न- टाई एण्ड डाई को विस्तार से समझाइए |
- प्रश्न- कढ़ाई कला के लिए प्रसिद्ध नगरों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पटोला वस्त्रों का निर्माण भारत के किन प्रदेशों में किया जाता है? पटोला वस्त्र निर्माण की तकनीक समझाइए।
- प्रश्न- औरंगाबाद के ब्रोकेड वस्त्रों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- गुजरात के प्रसिद्ध 'पटोला' वस्त्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- पुरुषों के वस्त्र खरीदते समय आप किन बातों का ध्यान रखेंगी? विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों के चुनाव को प्रभावित करने वाले तत्वों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- फैशन के आधार पर वस्त्रों के चुनाव को समझाइये।
- प्रश्न- परदे, ड्रेपरी एवं अपहोल्स्ट्री के वस्त्र चयन को बताइए।
- प्रश्न- वस्त्र निर्माण में काम आने वाले रेशों का चयन करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- रेडीमेड (Readymade) कपड़ों के चुनाव में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- अपहोल्सटरी के वस्त्रों का चुनाव करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- गृहोपयोगी लिनन (Household linen) का चुनाव करते समय किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ती है?
- प्रश्न- व्यवसाय के आधार पर वस्त्रों के चयन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सूती वस्त्र गर्मी के मौसम के लिए सबसे उपयुक्त क्यों होते हैं? व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- अवसर के अनुकूल वस्त्रों का चयन किस प्रकार करते हैं?
- प्रश्न- मौसम के अनुसार वस्त्रों का चुनाव किस प्रकार करते हैं?
- प्रश्न- वस्त्रों का प्रयोजन ही वस्त्र चुनाव का आधार है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बच्चों हेतु वस्त्रों का चुनाव किस प्रकार करेंगी?
- प्रश्न- गृह उपयोगी वस्त्रों के चुनाव में ध्यान रखने योग्य बातें बताइए।
- प्रश्न- फैशन एवं बजट किस प्रकार वस्त्रों के चयन को प्रभावित करते हैं? समझाइये |
- प्रश्न- लिनन को पहचानने के लिए किन्ही दो परीक्षणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ड्रेपरी के कपड़े का चुनाव कैसे करेंगे? इसका चुनाव करते समय किन-किन बातों पर विशेष ध्यान दिया जाता है?
- प्रश्न- वस्त्रों की सुरक्षा एवं उनके रख-रखाव के बारे में विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रों की धुलाई के सामान्य सिद्धान्त लिखिए। विभिन्न वस्त्रों को धोने की विधियाँ भी लिखिए।
- प्रश्न- दाग धब्बे कितने वर्ग के होते हैं? इन्हें छुड़ाने के सामान्य निर्देशों को बताइये।
- प्रश्न- निम्नलिखित दागों को आप किस प्रकार छुड़ायेंगी - पान, जंग, चाय के दाग, हल्दी का दाग, स्याही का दाग, चीनी के धब्बे, कीचड़ के दाग आदि।
- प्रश्न- ड्राई धुलाई से आप क्या समझते हैं? गीली तथा शुष्क धुलाई में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- वस्त्रों को किस प्रकार से संचयित किया जाता है, विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों को घर पर धोने से क्या लाभ हैं?
- प्रश्न- धुलाई की कितनी विधियाँ होती है?
- प्रश्न- चिकनाई दूर करने वाले पदार्थों की क्रिया विधि बताइये।
- प्रश्न- शुष्क धुलाई के लाभ व हानियाँ लिखिए।
- प्रश्न- शुष्क धुलाई में प्रयुक्त सामग्री व इसकी प्रयोग विधि को संक्षेप में समझाइये?
- प्रश्न- धुलाई में प्रयुक्त होने वाले सहायक रिएजेन्ट के नाम लिखिये।
- प्रश्न- वस्त्रों को स्वच्छता से संचित करने का क्या महत्व है?
- प्रश्न- वस्त्रों को स्वच्छता से संचयित करने की विधि बताए।